सोना असली है या नकली, ये बताएगा मोबाइल ऐप, सरकार ने किया लॉन्च
नई दिल्ली, पीटीआई। केंद्रीय उपभोक्ता एवं खाद्य मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने सामान से जुड़ी कोई भी शिकायत, लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और हॉलमार्क की सत्यता की जांच के लिए BIS App लॉन्च किया है। इस ऐप की मदद से उपभोक्ता घर बैठे अपने गोल्ड की परख चेक सकते हैं। यह ऐप बताएगा कि आपको सोना कितना खरा है और कितना नहीं। इस ऐप के लॉन्च के साथ ही यह भी घोषणा की गई कि अगर किसी सामान या गोल्ड का हॉलमार्क नंबर या रजिस्ट्रेशन गलत पाया जाता है तो ग्राहक इस ऐप की जरिए तुरंत इसकी शिकायत भी कर सकता है।
BIS App को किसी भी सामान की सत्यता की प्रामणिकता को जांच करने के लिए लॉन्च किया गया है। ऐसे में यह ऐप यूजर्स के लिए बेहद ही उपयोगी साबित होगा और वह इसकी मदद से केवल हॉलमार्क वाले प्रोडक्ट की प्रामणिकता चेक कर सकेंगे। खास तौर पर गोल्ड की प्रामणिकता काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि सोना कितना खरा है या नहीं ये केवल ज्वैलर ही बता सकता है लेकिन केवल ज्वैलर पर भरोसा करने की बजाय अब आप BIS App की इस्तेमाल करके खुद ही अपने गोल्ड की परख चेक कर सकेंगे।
BIS App को रामविलास पासवान ने कहा कि BIS ने लगभग 37,000 मानक जारी किए हैं। जिनमें गुणता नियंत्रण आदेशों के जारी होने कारण लाइसेंसों की संख्या में तेजी से उछाल आने की संभावना है। पासवान ने मानकीकरण, अनुरूपता मूल्यांकन और प्रशिक्षण पर भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के तीन पोर्टल लॉन्च किए हैं, जिन्हें उपभोक्ता और स्टैकहोल्डर्स www.manakonline.in के माध्यम से लॉगिन कर सकते हैं। बता दें कि BIS देश में स्टैंडर्ड बॉडी सेट करने वाला राष्ट्रीय मानक है। अब तक, इसने 358 उत्पादों के लिए 20,866 मानक और अनिवार्य मानक निर्धारित किए हैं। आईएसआई मार्क 1955 से भारत में औद्योगिक उत्पादों के लिए एक मानक-अनुपालन चिह्न है। हॉलमार्क सोने के आभूषणों के लिए गुणवत्ता प्रमाणन है।
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